रिपोर्ट शम्भू प्रसाद
ऊखीमठ,
त्रिस्तरीय पंचायत चुनावों के इस महासंग्राम में जहां प्रदेश भर में भारी राजनीतिक हलचल और चुनावी मुकाबले देखने को मिल रहे हैं, वहीं कुछ स्थानों पर लोकतंत्र का एक अलग और सशक्त रूप सामने आ रहा है—एकता, विश्वास और निर्विरोध चयन।
ऐसा ही एक प्रेरणादायक उदाहरण देखने को मिला है रुद्रप्रयाग जनपद के ऊखीमठ विकासखंड अंतर्गत बणसू-जाखधार क्षेत्र पंचायत सीट से, जहां श्री अनूप राणा को निर्विरोध क्षेत्र पंचायत सदस्य चुना गया है। यह निर्णय न केवल क्षेत्र की जनता की एकजुटता को दर्शाता है, बल्कि यह भी साबित करता है कि यदि प्रत्याशी कर्मठ, निष्ठावान और जनसेवक हो, तो जनता बिना किसी राजनीतिक खींचतान के भी उसे समर्थन देने को तैयार रहती है।
श्री अनूप राणा श्री केदारनाथ तीर्थ यात्रा विकास समिति के अध्यक्ष भी हैं और लंबे समय से क्षेत्र में सामाजिक कार्यों, धार्मिक आयोजन, और जन कल्याणकारी योजनाओं में सक्रिय भूमिका निभा रहे हैं। उनकी नेतृत्व क्षमता, मिलनसारिता और समस्याओं के प्रति गंभीर दृष्टिकोण के कारण उन्हें जनमानस का भरपूर सहयोग मिला है।
बणसू-जाखधार क्षेत्र की जनता ने यह दिखा दिया कि जब समाज का हर वर्ग एक साथ मिलकर निर्णय करता है, तो न केवल समय और संसाधनों की बचत होती है, बल्कि एक सकारात्मक संदेश भी पूरे प्रदेश में जाता है।
अनूप राणा ने निर्विरोध चुने जाने पर क्षेत्रवासियों का आभार व्यक्त करते हुए कहा, “यह जीत मेरी नहीं, बल्कि पूरे क्षेत्र की एकता और भरोसे की जीत है। मैं हरसंभव प्रयास करूंगा कि क्षेत्र की समस्याओं का समाधान हो, विकास कार्यों में गति आए और समाज के हर वर्ग को न्याय और सुविधा मिले।”
प्रदेश में जहां चुनावी संग्राम अपने चरम पर है, वहीं बणसू-जाखधार जैसी सीटों से यह संकेत भी जाता है कि राजनीति केवल संघर्ष नहीं, बल्कि सामूहिक विश्वास और विकास की दिशा में सामंजस्य का नाम भी है।
यह खबर प्रदेश के उन अन्य क्षेत्रों के लिए भी प्रेरणा है, जहाँ राजनीतिक द्वंद्व से ऊपर उठकर जनहित को प्राथमिकता देने की आवश्यकता है।
