
रिपोर्टर- शम्भू प्रसाद
भीरी – भीरी-डमार मोटर मार्ग पर 48 मीटर स्पान पुल का काम तीन माह में पूरा करने के पीएमजीएसवाई के ईई के लिखित आश्वासन पर टेमरिया, डमार के ग्रामीणों ने 17 दिनों से चला आ रहा क्रमिक आंदोलन खत्म कर दिया है।
इस दौरान ठेकेदार ने पुल का काम भी शुरू कर दिया है। ग्रामीणों ने केदारनाथ विधायक के प्रयासों का आभार जताया। पुल तैयार करने के लिए कार्यस्थल पर्याप्त सामग्री के साथ मजदूर भी पहुंच गए हैं और कार्य भी शुरू हो गया है। बुधवार को केदारनाथ विस विधायक आशा नौटियाल अनशनस्थल पर पहुंचीं। इस दौरान पीएमजीएसवाई के ईई सहित अन्य अधिकारी व ठेकेदार भी मौजूद थे। अनशन पर बैठे ग्रामीणों ने कहा कि फरवरी 2016 में पीएमजीएसवाई की ओर से भीरी-डमार मार्ग का निर्माण शुरू किया था। वहीं, इस सड़क को रुद्रप्रयाग-गौरीकुंड हाईवे से जोड़ने के लिए फरवरी 2020 में मंदाकिनी नदी पर 48 मीटर स्पान स्टील गार्डर पुल का काम शुरू किया गया। मगर एक वर्ष में बनने वाले पुल का काम चार वर्ष बाद भी अधर में लटका हुआ है। इस पर विधायक ने पीएमजीएसवाई के अधिशासी अभियंता से देरी के कारणों की जानकारी मांगी और प्राथमिकता से पुल का काम पूरा करने के निर्देश दिए।
उन्होंने बताया कि शासन स्तर से पुल का कार्य पूरा करने के लिए अतिरिक्त धनराशि भी स्वीकृत की जा चुकी है। उन्होंने कहा कि एनएच, लोनिवि और पीएमजीएसवाई की ओर से जहां-जहां भी आधे-अधूरे कार्य छोड़े गए हैं, वह प्राथमिकता से पूरे किए जाएं। इस पर, पीएमजीएसवाई के ईई पवन कुमार ने आंदोलनकारी ग्रामीणों को लिखित आश्वासन दिया कि मार्च तक पुल की स्लैब का काम पूरा हो चुका जाएगा और मई तक पुल से वाहनों का संचालन भी शुरू कर दिया जाएगा।
आश्वासन पर ग्रामीणों ने आंदोलन समाप्त करने पर सहमति जताई। इस मौके पर सामाजिक कार्यकर्ता त्रिभुवन सिंह चौहान, अनिल कोठियाल, भीरी-डमार मोटर मार्ग संघर्ष समिति के अध्यक्ष जगमोहन सिंह भंडारी, सचिव रघुवीर सिंह नेगी, योगेंद्र सिंह चौहान, गौरव चौहान, शाकंबरी देवी, कलावती देवी, सुलोचना देवी, बीना देवी आदि मौजूद थे।