Spread the love

देहरादून – उत्तराखंड में पहली महिला मुख्य सचिव के रूप में आज राधा रतूड़ी ने चार्ज ले लिया है. 1988 बैच की आईएएस राधा रतूड़ी अभी तक अपर मुख्य सचिव मुख्यमंत्री और गृह की जिम्मेदारी देख रही थीं. एसएस संधू के सेवा विस्तार खत्म होने के बाद अब राधा रतूड़ी को मुख्य सचिव की जिम्मेदारी दी गई है. मुख्य सचिव बनने के बाद उन्होंने एक तरफ कार्य शैली को बेहतर करने की बात कही तो वहीं उत्तराखंड की लोक संस्कृति को लेकर प्रदेशवासियों से खास अपील भी की. सीएस राधा रतूड़ी ने कहा कि वो उत्तराखंड के लोगों से यह अपील करना चाहती हैं कि, जब भी उनके घर में कोई शादी समारोह या उत्सव हो तो वो घर में डीजे जैसे प्रचलन को खत्म कर उत्तराखंड के पारंपरिक मांगल गीत को गाएं और बजाएं.सीएस राधा रतूड़ी ने कहा कि कई ऐसे समूह हैं, जो इन मांगल गीत को गाते हैं, उन्हें आमंत्रित करें. इसके अलावा इन उत्सवों में बनने वाले भोज में कोदा, झंगोरा जैसे पारंपरिक भोजन को शामिल करें. ताकि, उत्तराखंड की संस्कृति को आगे बढ़ाया जा सकें साथ ही उन्होंने कहा कि प्रदेश में कार्य संस्कृति को बेहतर करने का उनका प्रयास होगा. राज्य में सभी का हित हो, इसके लिए योजनाओं को बेहतर किया जाएगा.उन्होंने कहा कि उनकी प्राथमिकता में हमेशा ही महिलाएं और बच्चे रहे हैं. ऐसे में इनसे जुड़ी योजनाओं को बेहतर करने के लिए सरकार काम करेगी और सभी अधिकारी एकजुट होकर काम करेंगे. बता दें कि अभी तक एसएस संधू यानी सुखबिर सिंह संधू उत्तराखंड के मुख्य सचिव की जिम्मेदारी संभाल रहे थे. जो रिटायर हो चुके थे. ऐसे में अभी तक सेवा विस्तार के तहत मुख्य सचिव की जिम्मेदारी संभाले हुए थे. वहीं, मुख्यमंत्री आवास पर निवर्तमान मुख्य सचिव एसएस संधू ने सीएम धामी से मुलाकात की.