देहरादून – उत्तराखंड चारधाम यात्रा 2024 पर जाने का इंतजार कर रहे तीर्थयात्रियों के लिए अच्छी खबर है. आज 15 अप्रैल से सरकार ने उत्तराखंड चारधाम यात्रा 2024 के लिए ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन की प्रक्रिया शुरू कर दी है. सूबे के पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज ने बताया कि 19 अप्रैल के बाद पूरा सरकारी अमला यात्रा की तैयारियों में जुट जाएगा. 10 मई को गंगोत्री-यमुनोत्री और केदारनाथ धाम के कपाट खुलने के साथ ही चारधाम यात्रा 2024 की विधिवत शुरुआत हो जाएगी. आखिर में 12 मई को बदरीनाथ के कपाट खुलेंगे।
15 अप्रैल सुबह सात बजे से ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन के लिए बेवसाबइट खोल दी गई है. ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन के अलावा चारधाम यात्रा पर आने वाले श्रद्धालु मोबाइल एप, व्हाट्सएप नंबर और टोल फ्री नंबर से भी पंजीकरण कर सकते हैं. बता दें कि केदारनाथ, बदरीनाथ, गंगोत्री और यमुनोत्री धाम की यात्रा करने वाले श्रद्धालुओं के लिए पंजीकरण अनिवार्य हैं। उत्तराखंड पर्यटन परिषद ने इस बार यात्रा शुरू होने से करीब 25 दिन पहले ही ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन की शुरुआत कर दी है।
चारधाम यात्रा का पंजीकरण करने के लिए आपको नाम और मोबाइल नंबर के साथ यात्रा करने वाले सदस्यों का ब्यौरा, निवास स्थान के पते के लिए आईडी उपलब्ध करवानी होगी। उत्तराखंड चारधाम यात्रा 2024 के लिए श्रद्धालु पर्यटन विभाग की वेबसाइट registrationandtouristcare.uk.gov.in पर जाकर अपना ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन कर सकते हैं. इसके अलावा व्हाट्सएप नंबर-8394833833 पर yatra (यात्रा) लिख कर मैसेज करके भी पंजीकरण की प्रक्रिया पूरी कर सकते हैं. यही नहीं जो यात्री वेबसाइट पर पंजीकरण नहीं कर पाते हैं, उनके लिए पर्यटन विभाग ने टोल फ्री नंबर- 0135-1364 दिया है. वह इस नंबर पर कॉल करके फोन पर भी पंजीकरण करवा सकते हैं. स्मार्ट फोन पर आप touristcarerttarakhand मोबाइल एप से पंजीकरण कर सकते हैं।
पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज ने बताया कि 19 अप्रैल के बाद सरकार का पूरा फोकस चारधाम यात्रा पर होगा. सरकार को उम्मीद है कि इस बार भी बड़ी संख्या में श्रद्धालु चारधाम पहुंचेंगे, जिसको लेकर प्रशासन अपनी तैयारियां पूरी करने में लगा हुआ है. मंत्री सतपाल महाराज के मुताबिक चारधाम यात्रा को लेकर के पहले भी कई बैठकर की गई हैं. 19 तारीख को लोकसभा के लिए होने वाले मतदान के बाद प्रदेश का पूरा अमला चारधाम यात्रा की तैयारियों में जुट जाएगा. इसके अलावा मानसखंड में भी पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए पिथौरागढ़ जिले में आदि कैलाश और ओम पर्वत में अवस्थापना विकास किया जा रहा है.