रिपोर्टर – शंभू प्रसाद
चारधाम यात्रा शुरू होने वाली जिसके लिए शासन प्रशासन द्वारा जोरो शोरो से तैयारी चल रही है। लेकिन प्रशासन द्वारा इस बार कुछ नए नियम कानून लागू किए गए है जिसमें जिला प्रशासन द्वारा एक विज्ञप्ति जारी की गई है विज्ञप्ति के अनुसार उत्तराखण्ड का मूल निवासी घोड़ा पडाव केदारनाथ और बेस कैंप केदारनाथ में लॉटरी सिस्टम के माध्यम से टेंट लगा सकता है
इसके पीछे क्षेत्रीय लोगो का कहना है की पिछले वर्ष जीएनवीएम द्वारा टेंटों की संख्या में इजाफा किया गया था जो निगम द्वारा संभाला नहीं गया और प्रशासन उस जमीन को छोड़ना भी नहीं चाहता इस लिए उन्होंने ये नीलामी विज्ञप्ति जारी की है। इसी आक्रोश को व्यक्त करते हुए ऊखीमठ के जन प्रतिनिधियों द्वारा एसडीएम ऊखीमठ के माध्यम से प्रधानमंत्री मोदी को ज्ञापन सौंपा गया। जन प्रतिनिधियों का कहना है की जिलाप्रशासन द्वारा जो विज्ञप्ति निकाली गई है वो पूरे प्रदेश के लिए निकली गई है जिस कारण पूरे ऊखीमठ और केदारनाथ में कार्य करने वाले व्यवसायों में भारी आक्रोश है।
उन्होंने बताया की जिलाप्रशासन के इस निर्णय से स्थानीय बेरोजगार बहुत आहत हुए है साथ ही उन्होंने बताया की आपदा की मार ऊखीमठ क्षेत्र ने झेली है उनकी मांगे है की केदारनाथ धाम में कार्य कर रहे व्यवसायी जैसे घोड़ा खच्चर व्यवसाई, टेंट व्यवसाई, कच्ची दुकान वाले व्यवसाई, नींबू पानी व्यवसाई आदि व्यवसाई के लिए ऊखीमठ क्षेत्र के मूल निवासियों को प्राथमिकता दी जाए साथ ही जन प्रतिनिधियों ने सरकार को चेताते हुए कहा कि अगर सरकार द्वारा 7 दिनों के भीतर हमारी मांगों पर कोई कार्यवाही नहीं की जाती तो क्षेत्रीय लोगो द्वारा 4 मार्च को राष्ट्रीय राजमार्ग कुण्ड में चक्काजाम किया जाएगा जिसकी पूर्ण जिम्मेदारी प्रशासन की रहेगी। इस दौरान तहसील परिसर में निवर्तमान नगर पंचायत अध्यक्ष विजय राणा, प्रधान पैंज संदीप पुष्पवान, सरपंच वन पंचायत ऊखीमठ पवन राणा, देवेंद्र प्रसाद, धर्मेंद्र पुष्पवान, दलवीर सिंह, पंडित संतोष त्रिवेदी, विराट भट्ट आदि लोग मौजूद रहे।