रिपोर्ट। शम्भू प्रसाद
*भारी वाहनों को वैकल्पिक मार्ग से ही करनी होगी आवाजाही*
*स्थानीय लोगों एवं यात्रियों को मिलेगी राहत*
श्री केदारनाथ धाम यात्रा मार्ग का महत्वपूर्ण पड़ाव कुंड पुल छोटे वाहनों की आवाजाही के लिए खुल गया है। गुरुवार दोपहर से पुल छोटे वाहनों के लिए खोल दिया गया था। हालांकि भारी वाहनों को अब भी चुन्नी बैंड वाले वैकल्पिक मार्ग से ही जाना होगा। वहीं पुल के समीप प्रस्तावित बेली ब्रिज के निर्माण का कार्य भी तेजी से चल रहा है।
मानसून सीजन में केदार घाटी में हो रही भारी बारिश के कारण मंदाकिनी नदी के लगातार तेज बहाव के चलते श्री केदारनाथ धाम यात्रा मार्ग के बेहद महत्वपूर्ण पुल कुंड के आधार को क्षति पहुंची थी। जिसके कारण एक महीने से ज्यादा समय से पुल से आवाजाही बंद थी। जिलाधिकारी सौरभ गहरवार ने राष्ट्रीय राजमार्ग को पुल को सुरक्षित करने एवं जल्द यातायात शुरू करने के निर्देश दिए थे। अधिशासी अभियंता राष्ट्रीय राजमार्ग निर्भय सिंह ने बताया कि पुल के आधार को मजबूत करने के लिए कंक्रीट दीवार का निर्माण किया गया। पुल की मजबूती बढ़ाने एवं परखने के बाद गुरुवार से छोटे वाहनों के लिए पुल खोल दिया गया है। इससे केदारनाथ धाम यात्रा पर आने वाले श्रद्धालुओं एवं स्थानीय लोगों दोनों को बड़ी राहत मिलेगी। वहीं विकल्प के तौर पर पुल से बैराज की ओर 10 मीटर की दूरी पर बेली ब्रिज स्थापित करने की योजना है। इसके लिए प्रस्ताव तैयार कर कार्य भी शुरू कर दिया गया है। करीब 70 मीटर स्पाम का पुल तैयार किया जा रहा है जिसका मोर्थ केंद्र सरकार को अप्रूव करने भेजा गया है।
इधर यात्रा मार्ग पर संगम सुरंग का मरम्मत कार्य भी लगभग पूर्ण होने को है। 15 सितंबर तक सुरंग आवाजाही के लिए खोल दी जाएगी। इसके अलावा सोनप्रयाग से गौरीकुंड के बीच वॉशआउट क्षेत्र में भी छोटे वाहनों की आवाजाही शुरू करने के लिए तेजी से कार्य चल रहे हैं। मौसम ठीक रहा और पहाड़ी से भारी बोल्डर नहीं आए तो तीन से चार दिन के बीच छोटे वाहनों की आवाजाही यहां भी शुरू हो जाएगी।