रिपोर्टर – शम्भू प्रसाद
ऊखीमठ – केदारनाथ यात्रा 2024 की तैयारियां शुरू हो चुकी जिसके बाद सरकार द्वारा लॉटरी सिस्टम से दुकानें व टेंट कैंप के लिए जगह आवंटित की जाती है लेकिन इस बार सरकार ने दूसरा रास्ता निकाला है। प्रशासन द्वारा दुकानें व टेंट की जगह नीलामी के माध्यम से आवंटित की जा रही है। जिसके कारण क्षेत्रीय जनता में आक्रोश का माहौल बना हुआ है। बतादें की मंगलवार को ऊखीमठ क्षेत्र के जनप्रतिनिधियों द्वारा एसडीएम ऊखीमठ के माध्यम से मुख्यमंत्री को ज्ञापन सौंपा गया है जिसमें उन्होंने लॉटरी सिस्टम की मांग की है। जनप्रतिनिधियों का कहना है कि लॉटरी सिस्टम के माध्यम से मिलने वाली दुकानें निष्पक्ष रूप से मिलती है लेकीन नीलामी में प्रशासन द्वारा दुकाने दी जा रही है जिससे जिसके पास अधिक धनबल होगा वो अधिक दुकान ले सकता है लेकिन क्षेत्रीय जनता जिनके पास केदारनाथ यात्रा के अलावा कोई आय का साधन नही है उनको क्या होगा?
क्षेत्रीय जनप्रतिनिधियों की मांगे।
1- प्रशासन द्वारा 44 दुकानें जो लॉटरी के मध्य से दी जाती थी उसे विधिवत् वैसे ही आवंटित की जाए नाकी नीलामी के माध्यम से।
2- गौरीकुंड से केदारनाथ तक यात्रा मार्ग पर यात्रियों की व्यवस्था हेतु क्षेत्रीय जनता द्वारा लगाए गए दुकान व टेंट के लिए जनता को परेशान न किया जाए और आचार संहिता का हवाला देकर क्षेत्रीय जनता से बिलकुल भी दुर्व्यवहार न किया जाए।
इस दौरान क्षेत्रीय जनप्रतिनिधियों का कहना है कि अगर शासन प्रशासन हमारी मांगों को लेकर कोई ध्यान नहीं देती है तो क्षेत्र के सभी व्यवसायियो द्वारा 5 मई को गौरीकुंड में अनिश्चितकालीन धरना दिया जाएगा जिसकी पूर्ण जिम्मेदारी शासन व प्रशासन की होगी। इस दौरान तहसील परिसर में ब्लॉक प्रमुख श्वेता पांडे, सुभाष रावत प्रधान संगठन अध्यक्ष, बसंती रावत गोरिल्ला संगठन अध्यक्ष रूद्रप्रयाग, संदीप पुष्पवान प्रधान पेंज, विजय राणा निवर्तमान अध्यक्ष नगर पंचायत ऊखीमठ, विशम्बर भट्ट, अंजना रावत, प्रहलाद सिंह राणा, प्रदीप लाल आदि लोग मौजूद रहे।