रिपोर्टर -शम्भू प्रसाद
शीतकाल के साढ़े तीन महीने बाद केदारनाथ में फिर से पुनर्निर्माण कार्य शुरू हो गए हैं। पहले चरण में बर्फ हटाने कार्य किया जा रहा है। जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (डी.डी.एम.ए) लोनिवि शाखा की टीम केदारनाथ धाम पहुंच चुकी है।धाम में तीन से चार फीट बर्फ जमी है, जिसे मशीनों से हटाने के बाद ही निर्माण कार्य शुरू हो सकेंगे। धाम में इन दिनों भी रात्रि को तापमान शून्य डिग्री सेल्सियस से नीचे रहता है। जिससे श्रमिकों व अधिकारियों को पेयजल की दिक्कत भी झेलनी पड़ रही है।गत वर्ष दिसंबर में केदारनाथ धाम में अत्यधिक ठंड बढ़ने से पुनर्निर्माण कार्य बंद कर दिए थे और निर्माण कार्य में लगे तीन सौ से अधिक श्रमिक वापस लौट आए थे। अब मौसम बदलने पर लगभग साढ़े तीन महीने बाद एक बार फिर से पुनर्निर्माण कार्य शुरू करने की कवायद की जा रही है।
इस बार चार मार्च से जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण व लोक निर्माण विभाग की टीम ने केदारनाथ पैदल मार्ग से बर्फ हटाने का कार्य शुरू किया था, जो 26 मार्च तक चला। हालांकि अभी भी मार्ग से बर्फ हटाकर इसे आवाजाही के लिए सुचारू करने का प्रयास किया जा रहा है। मार्ग तैयार होने के बाद पुनर्निर्माण कार्यों के लिए श्रमिक धाम पहुंच चुके हैं। जो पोकलेन व जेसीबी से बर्फ हटाने का कार्य कर रहे हैं, ताकि निर्माण शुरू किया जा सके।
इस बार केदारनाथ यात्रा शुरू होने से पूर्व धाम में सरस्वती नदी पर पुल निर्माण, तीर्थपुरोहितों के आवास, मंदिर समिति का भवन समेत कई निर्माण कार्यों को यात्रा शुरू होने से पहले पूर्ण करने का लक्ष्य भी रखा गया है। इसके आवाला केदारनाथ पैदल मार्ग पर लिनचोली, भीमबली समेत कई स्थानों पर क्षतिग्रस्त पैदल मार्ग की मरम्मत व पुश्ता निर्माण कार्य किया जाना है।धाम में इन दिनों तीन से चार फीट तक बर्फ जमी है, बर्फ को मशीनों से हटाया जा रहा है। अभी आंशिक रूप ही पुनर्निर्माण कार्य शुरू हो पाए हैं।