रिपोर्टर – शम्भू प्रसाद
रूद्रप्रयाग – मुख्य विकास अधिकारी डाॅ. जीएस खाती ने जानकारी देते हुए कहा कि मानसून के दृष्टिगत सभी विभागों द्वारा अपनी-अपनी तैयारियां पूर्ण कर ली गई हैं तथा सभी अधिकारियों को अलर्ट मोड में रहने के निर्देश दिए गए हैं तथा बिना अनुमति के मुख्यालय न छोड़ने के भी निर्देश दिए गए हैं। उन्होंने यह भी कहा कि मानसून अवधि शुरू होने के साथ ही जिला प्रशासन, आपदा प्रबंधन सहित संबंधित विभागों द्वारा अपनी तैयारियां पूर्ण कर ली गई हैं। आपदा प्रबंधन सहित राष्ट्रीय राजमार्ग, लोक निर्माण विभाग एवं पीएमजीएसवाई एवं संबंधित विभाग श्री केदारनाथ धाम यात्रा मार्ग सहित जनपद के सभी संवेदनशील/भू-स्खलन क्षेत्र चिन्हित कर लिए गए हैं। मानसून अवधि में भारी बारिश के चलते सड़क मार्ग बंद होने की स्थिति में बंद सड़क मार्ग को यातायात हेतु सुचारू करने के लिए त्वरित कार्रवाई करते हुए सड़क खोलने के लिए 34 जेसीबी मशीनें विभिन्न संवेदनशील स्थानों पर तैनात किए गए हैं। इसके अलावा अन्य अनिवार्य मशीनें भी विभिन्न स्थानों पर रिजर्व रखी गई हैं।
उन्होंने बताया कि मानसून अवधि शुरू होने से पहले ही श्री केदारनाथ यात्रा एवं स्थानीय लोगों आवागमन के लिहाज से सभी संवेदनशील एवं डेंजर जोन चिन्हित कर लिए गए थे। सभी चिन्हित स्थानों पर सड़क बंद होने की स्थिति एवं अन्य आपातकाल स्थिति में बिना देरी के कार्रवाई के लिए रेस्क्यू टीमों का गठन भी कर लिया गया है। इसके अलावा चिन्हित स्थानों के समीप जेसीबी रखे गए हैं ताकि त्वरित कार्रवाई की जा सके। सभी विभागों द्वारा 36 संवेदनशील स्थान चिह्नित किए गए हैं जिनके लिए 34 जेसीबी, 02 एक्सकेवेटर एवं एक लोडर तैनात किया गया है। इसके अलावा सभी विभागों द्वारा जेसीबी ऑपरेटर से लेकर जेई और सहायक अभियंता के नंबर भी जारी किए गए हैं। ताकि स्थानीय लोग या श्री केदारनाथ यात्रा पर आने वाले श्रद्धालुओं द्वारा संबंधित अधिकारियों एवं जेसीबी ऑपरेटरों से संपर्क कर सड़क मार्ग को तत्परता से आवाजाही हेतु खोला जा सके।