रिपोर्ट। शम्भू प्रसाद
सीटू जिला कमिटेड रुद्रप्रयाग व अखिल भारतीय किसान सभा जिला केंद्र रुद्रप्रयाग द्वारा शुक्रवार को संयुक्त किसान मोर्चा के आवाहन पर कॉर्पोरेट भारत छोड़ो नारे के साथ ऊखीमठ
तहसील में धरना प्रदर्शन कर उपजिलाधिकारी के माध्यम से प्रधानमंत्री भारत सरकार को ज्ञापन सोपा गया साथ ही इस ज्ञापन की प्रतिलिपि सड़क परिवहन मंत्री, मुख्यमंत्री उत्तराखंड सरकार, मुख्य सचिव उत्तराखंड सरकार, जिला अधिकारी रुद्रप्रयाग को 17 सूत्रीय मांगों को लेकर पत्र प्रेषित किया
गया। इस दौरान किसान सभा के प्रदेश उपाध्यक्ष कम्युनिस्ट राजाराम सेमवाल ने कहा कि संयुक्त किसान मोर्चा द्वारा पूरे देश भर में किसानों एवं मजदूरों की समस्याओं को देखते हुए देशभर में पुनः आंदोलन शुरू कर दिया गया है और अब इन
मांगों को लेते हुए देशभर के गांव में आंदोलन शुरू किया गया है। उन्होंने बताया कि केंद्र की सरकार ने पूंजीपतियों के दबाव में पूरे देश की खेती पूंजीपतियों को बेच दी है जिससे देश का किसान एवं मजदूर बर्बाद हो गया है। नरेंद्र मोदी के 10 सालों के राज में हजारों किसानों ने कर्ज के बोझ में आत्महत्या कर दी है। इस सरकार ने अपने तानाशाही के दबाव में किसानों के आंदोलन को कुचलना का प्रयास किया है लेकिन मजदूरों की एकता ने नरेंद्र मोदी की सरकार को अपने ऐतिहासिक किसान आंदोलन के बल पर झुकाया है। इस दौरान उन्होंने केदारनाथ के बारे मे बताते हुए कहा कि पूंजीपतियों को लाभ पहुंचाने के लिए पर्यावरणीय मापदंडों को दरकिनार कर केदारनाथ व बद्रीनाथ को उजाड़ा जा रहा है। उत्तराखंड के शांत वातावरण को प्रदूषित कर अंधाधुंध हेली सेवाओं का आतंक मचाया हुआ है जिससे आज हिमालय का तापमान भयंकर रूप से बढ़ गया है इसलिए केदारनाथ में दोबारा ऐसी आपदा आई है। इस दौरान कार्यक्रम में किसान सभा के जिला अध्यक्ष आषाढ़ सिंह, पूर्व जिला अध्यक्ष दौलत सिंह रावत, श्रीमती बसंती रावत, दयाल सिंह सेमवाल, जसपाल लाल, मंडल अध्यक्ष फटा प्रताप लाल, रमेश लाल, बृजलाल, विक्रमलाल, पीतांबर उनियाल, कुंवरलाल, मंगल सिंह, उमेद सिंह, राजेंद्र सिंह रावत, सुनील सिंह, देवेंद्र, प्रदीप उखीयाल, प्रकाश लाल, इंद्रलाल, शिवलाल, आदि कार्यकर्ता मौजूद रहे।