रिपोर्ट शम्भू प्रसाद
RUDRAPRAYAG: केदारनाथ धाम के गर्भगृह में सोना लगाने के मुद्दे और दिल्ली में केदारनाथ मंदिर बनाने के मुद्दे पर कांग्रेस आजकल केदारनाथ प्रतिष्ठा रक्षा यात्रा निकाल रही है। अब तक इस यात्रा में अलग थलग पड़े कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष करन माहरा को पिछले दो दिन में बड़ा संबल मिला है। अब कांग्रेस के सभी बड़े दिग्गज करन माहरा के साथ कंधे से कंधा मिलाकर चल रहे हैं। यात्रा के जरिए एकजुट नजर आ रही कांग्रेस ने केदारनाथ उपचुनाव को लेकर भी बडा संदेश दे दिया है।
गौरतलब है कि केदारनाथ धाम में सोना लगाने का मुद्दा गर्माता जा रहा है। वहीं दिल्ली में केदारनाथ नाम का मंदिर बनाने को लेकर भी विवाद चल रहा है। इसी को लेकर कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष करन माहरा पिछले सात दिन हरिद्वार से केदारनाथ धाम तक पदयात्रा निकाल रहे हैं। इसे केदारनाथ प्रतिष्ठा रक्षा यात्रा का नाम दिया गया है। यात्रा के पहले पांच दिन तक माहरा एकला चलो रे के साथ यात्रा में शिरकत कर रहे थे। रणजीत रावत और कुछ विधायकों के इतर बड़े दिग्गज कांग्रेसी नेता यात्रा से नदारद दिखे थे। भाजपा इस मसले पर कांग्रेस पर ताने भी कस रही थी। लेकिन पिछले दो दिन में कांग्रेस के सभी नेता एकजुट नजर आ रहे हैं।
यात्रा के छठे दिन हरीश रावत, यशपाल आर्य, प्रीतम सिंह जैसे दिग्गज करन माहरा का साथ देने रुद्रप्रयाग तक पहुंचे। उन्होंने पदयात्रा में शिरकत भी की।खास बात ये है कि पिछले दो उपचुनावों में हाशिए पर रहे कांग्रेस के बडे नेता हरक सिंह रावत भी पदयात्रा में कदमताल करते नजर आए। यात्रा के सातवें दिन गणेश गोदियाल ने भी यात्रा में शिरकत करके कांग्रेस की एकजुटता का संदेश दिया है। सातवें दिन की यात्रा रुद्रप्रयाग से शुरू हो चिकी है जो रामपुर होते हुए शाम तक चंद्रापुरी पहुंचेगी। खास बात ये है कि झंडारोहण के समय कांग्रेस के सभी दिग्गज चाहे प्रीतम सिंह हों या हरीश रावत, यशपाल आर्य हों या गणेश गोदियाल, हरक सिंह रावत हों या रणजीत रावत सभी एक साथ नजर आ रहे हैं।
आने वाले केदारनाथ उपचुनाव के लिहाज से भी कांग्रेस की ये यात्रा बेहद अहम मानी जा रही है। बदरीनाथ और मंगलौर उपचुनाव जीतने के बाद कांग्रेस के हौसले बुलंद हैं। आमतौर पर चुनाव के समय बिखरी रहने वाली कांग्रेस इस समय एक डोर में बंधी नजर आ रही है। अब देखना दिलचस्प होगा कि केदारनाथ उपचुनाव में माहरा की ये पदयात्रा कितना असर दिखाती है।