रिपोर्टर – शम्भू प्रसाद
ऊखीमठ – केदार बाबा के सेवानिवृत श्री गुरु लिंग जी महाराज के सबसे छोटे पुत्र वेदपाठी मृत्युंजय हीरेमठ अब हमारे बीच नहीं रहे। बतादें की ह्रदयघात के कारण वेदपाठी मृत्युंजय हीरेमठ पंच तत्वों में विलीन हो गए। अपने मंत्रों और आवाज से सभी का मन मोहने वाले वेदपाठी मृत्युंजय हीरेमठ की अकस्मित मृत्यु के कारण आज नजर पंचायत ऊखीमठ में शोक का माहौल बना हुआ है।
बतादें की पिछले दो दिन में ऊखीमठ क्षेत्र की दो महान हस्तियां पूर्व प्रधान ऊखीमठ भूपाल सिंह नेगी और वेदपाठी मृत्युंजय हीरेमठ स्वर्गवास हो गए है। वहीं पूर्ण आत्मा को स्वर्ग में शांति प्रदान करने के लिए सभी क्षेत्रीय लोगों ने प्रार्थना की।