रिपोर्टर – शम्भू प्रसाद
आगामी 10 मई को केदारनाथ धाम के कपाट खोले जाने हैं। ऐसे में यात्रा को तैयारियां की जा रही है, लेकिन मौसम तैयारियों में अड़चने पैदा कर रहा है। हर दिन दोपहर बाद केदारनाथ धाम सहित पैदल मार्ग पर बर्फबारी हो रही है। जिस कारण बर्फ साफ करने में जुटे मजदूरों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. वहीं, आज सुबह केदारनाथ पैदल मार्ग पर कुबेर गदेरे( भैरव गदेरा) के पास अचानक एवलॉन्च आ गया। जिससे पैदल मार्ग पर आवाजाही पूरी तरह से बंद हो गई।केदारनाथ धाम के कपाट खोलने को लेकर जिला प्रशासन स्तर पर तैयारियों ने जोर पकड़ लिया है, लेकिन प्रशासन की इस मेहनत पर धाम में हर दिन दोहपर बाद हो रही बर्फबारी पानी फेरने का काम कर रही है. जबकि, अब पैदल मार्ग पर एवलोंच की घटना भी देखने को मिल रही है। ऐसे में पैदल मार्ग पर व्यवस्थाएं जुटाने में प्रशासन के सामने दिक्कतें हो रही हैं.बीते एक महीने से केदारनाथ पैदल मार्ग के साथ ही धाम में बर्फ हटाने का काम किया जा रहा है. बर्फ हटाने के काम में करीब 90 मजदूर जुटे हुए हैं. कुछ दिन पहले मजदूरों ने पैदल मार्ग से बर्फ हटाने का काम पूरा कर लिया था. जबकि, धाम में भी बर्फ हटाने का काम लगभग पूरा हो गया था, लेकिन हर दिन दोपहर बाद हो रही बर्फबारी ने मजदूरों की मेहनत पर पानी फेर दिया है।वहीं, लगातार हो रही बर्फबारी से पैदल मार्ग पर ग्लेशियर टूटने भी शुरू हो गए हैं. मंगलवार सुबह 11 बजे के करीब कुबेर गदेरे के पास भारी मात्रा में एवलोंच आ गया। जिससे पैदल मार्ग पूरी तरह से बंद हो गया. अब यहां से बर्फ हटाने के बाद ही पैदल आवाजाही शुरू हो पाएगी।रुद्रप्रयाग जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी नंदन सिंह रजवार ने बताया कि केदारनाथ धाम में हर दिन दोपहर बाद बर्फबारी हो रही है, जिस कारण बर्फ हटाने के काम में जुटे मजदूरों को भी दिक्कतें हो रही हैं. उन्होंने कहा कि बर्फबारी से पैदल मार्ग पर बिजली, पेयजल लाइन क्षतिग्रस्त हुई है. जिनके ट्रीटमेंट का काम भी शुरू किया जा रहा है।